Republic Day 2025: क्यों मनाया जाता है गणतंत्र दिवस? जानिए इसके पीछे का इतिहास, महत्व और जुड़ी सभी बातें
भारत देश में हर साल 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस यानी रिपब्लिक डे मनाया जाता है। गणतंत्र दिवस आज नहीं बल्कि साल 26 जनवरी 1950 से मनाया जा रहा है। गणतंत्र दिवस के अवसर पर पूरे देश भर में जश्न मनाए जाते हैं। भारत के प्रत्येक स्कूलों में सुबह-सुबह राष्ट्रगान होता है और बहुत सुंदर-सुंदर झांकियां का प्रदर्शन किया जाता है जो कि भारत के समृद्ध संस्कृति और वातावरण को दर्शाता है।
इसके अलावा भारतीय सेना, भारतीय नौसेना और एयर फोर्स के द्वारा कई सारे बेहतरीन शोज किये जाते हैं। गणतंत्र दिवस से पहले सभी जगह इसकी रिहालसल और तैयारी काफी जोरों शोरों से होने लगती है। ऐसे में इस साल गणतंत्र दिवस 2025 को आने में बस कुछ ही समय बचा है। लेकिन क्या आपको पता है कि हम हर साल 26 जनवरी को ही गणतंत्र दिवस क्यों मनाते हैं?
साथ ही बहुत से लोगों को अभी तक स्वतंत्र दिवस और गणतंत्र दिवस के बीच अंतर भी नहीं पता है। ऐसे में आज के इस लेख के द्वारा हम आपको गणतंत्र दिवस से जुड़े सभी बातों को बताने वाले हैं जैसे महत्व, इतिहास, समारोह और इससे जुड़ी पूरी कहानी। अगर आप भी गणतंत्र दिवस से संबंधित जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो नीचे दिए गए लेख को अंत तक जरूर पढ़े।
Republic Day 2025 Overview
टॉपिक | गणतंत्र दिवस क्यों मनाया जाता है? इसका महत्व इतिहास और संपूर्ण बातें |
लेख प्रकार | आर्टिकल |
साल | 2025 |
अतिथि 2023 | इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबावो सुबियांतो |
आयोजन | हर वर्ष |
स्थान | संपूर्ण भारत |
थीम | अघोषित |
दिवस संख्या | 76वां |
साल 2025 गणतंत्र दिवस ध्वज रोहण कौन करेगा | राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू |
गणतंत्र दिवस का इतिहास (Republic Day History)
अगर हम गणतंत्र दिवस के इतिहास का बात करें तो आपको बता दें कि भारत को ब्रिटिश राज्य से आजादी सन 1947 में ही मिला था लेकिन 26 जनवरी 1950 तक भारत का कोई भी संविधान लागू नहीं हुआ था। संविधान का सबसे पहले सत्र 9 दिसंबर 1946 को और आखिरी सत्र 26 नवंबर 1949 को हुआ। इसके पूरे 1 साल के बाद भारत का संविधान को अपनाया गया था। डॉ भीमराव अंबेडकर ने संविधान की मसौदा समिति का नेतृत्व किया था और इसी दिन हम संविधान दिवस भी मानते हैं।
गणतंत्र दिवस का महत्व (Republic Day important)
गणतंत्र दिवस मनाने का महत्व काफी जरूरी है क्योंकि हर साल गणतंत्र दिवस यानी 26 जनवरी हमें भारत के संविधान को अपनाने का याद दिलाता है। गणतंत्र दिवस हमें भारत की भावनाओं को याद दिलाता है, क्योंकि इसी दिन 1930 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने औपनिवेशिक शासन से पूर्ण स्वराज की घोषणा की थी। इसके अलावा गणतंत्र दिवस सभी भारत के नागरिकों को लोकतांत्रिक तरीके से अपना सरकार चुनने का भी याद दिलाती है। इसीलिए हमारे देश के लिए भारतीय संविधान काफी जरूरी है और इसका महत्व सबसे ऊपर है।
साल 2025 में 76वां या 77वां गणतंत्र दिवस मनेगा?
गणतंत्र दिवस का साल जोड़ने में कई लोगों के द्वारा गलती किया जाता है क्योंकि लोग 1949 से गिनती करते हैं और सोचते हैं कि उसी दिन संविधान को अपनाया गया था। लेकिन असल में देखा जाए तो उसे दिन का महत्व है जिस दिन यह लागू हुआ था। आपको बता दे कि यह अधिनियम 1950 में लागू हुआ था और 26 जनवरी 1950 को भारत के गणतंत्र दिवस समारोह को ऑफीशियली तिथि बनाया गया है। ऐसे में इस साल यानी साल 2025 में भारत अपना 76वां गणतंत्र दिवस 26 जनवरी 2025 को मानने वाला है।
गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस में अंतर क्या है?
हर साल 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस मनाया जाता है, क्योंकि इसी दिन भारत देश को अंग्रेजों से आजादी मिला था। हर 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस मनाया जाता है, और यह पूरे देशवासियों को देश में संविधान लागू होने का याद दिलाता है। 26 जनवरी के दिन को ही गणतंत्र दिवस के रूप में इसलिए मनाया जाता है क्योंकि साल 1929 में इसी दिन भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने ब्रिटिश शासन के प्रभुत्व का विरोध करते हुए पूर्ण स्वराज की घोषणा की थी।
भारत देश के गणतंत्र बनने की पूरी कहानी।
जब हमें अंग्रेजों से 15 अगस्त 1947 को आजादी मिला, तब आजाद भारत के लिए एक अस्थाई संविधान का मसौदा तैयार करने के लिए 29 अगस्त 1947 को एक समिति बनाई गई थी। इस समिति को मसौदा समिति या ड्राफ्ट कमेटी के नाम से भी जाना जाता है। इस समिति का अध्यक्ष डॉ भीमराव अंबेडकर को बनाया गया था।
इसके बाद 4 नवंबर 1947 तक समिति ने संविधान का मसौदा तैयार कर लिया था और उसे संविधान सभा यानी कांस्टीट्यूट असेंबली में पेश किया गया था। इस संविधान को भारत में अपनाने से पहले लगभग दो वर्षों तक कई सत्रों में इस पर चर्चा आयोजित हुई थी और अंत में इसे अपनाया गया था।
गणतंत्र बनने में 24 जनवरी भी रखता है खास महत्व।
आपको बता दें कि गणतंत्र बनने से पहले 24 जनवरी 1950 के दिन देश के गणतंत्र बनने के लिए के लिए आखिरी पत्थर रखे गए थे। इसी दिन संविधान बनने वाली आखरी कांस्टीट्यूएंट असेंबली एकत्रित हुई थी। इसी दिन असेंबली के कुल 308 सदस्यों ने इस संविधान पर सिग्नेचर किया था।
सदस्यों के द्वारा किया जाने वाला सिग्नेचर ही संविधान पर फाइनल मुहर था। इस दिन लोगों के द्वारा संविधान की तीन प्रांतियों पर सिग्नेचर किए गए थे। एक कॉपी अंग्रेजी में प्रिंटेड था जबकि दो कॉपी हाथ से लिखा हुआ था। हाथ से लिखा हुआ कॉपी में एक हिंदी में था और दूसरा इंग्लिश में था।
आपको बता दें कि इन्हीं हस्तलिखित गोपियों को संविधान की मूल प्रति माना जाता है। इसके अलावा 24 जनवरी के दिन ही भारत के पहले राष्ट्रपति के रूप में डॉ राजेंद्र प्रसाद को चुना गया था। इसके अलावा तीसरा सबसे बड़ा काम भी इसी दिन हुआ था वह था राष्ट्रगान और राष्ट्रीय गीत पर सहमति बनाना। इसीलिए 24 जनवरी 1950 को भी हम काफी महत्व दिन मानते हैं।
गणतंत्र दिवस के समारोह में क्या होता है?
हर साल गणतंत्र दिवस के अवसर पर लाल किला पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाता है। इस दिन राष्ट्रपति के आने के बाद परेड के द्वारा समारोह शुरू होता है। इसके बाद राष्ट्रपति के घुड़सवार अंगरक्षक पहले राष्ट्रध्वज को सलामी देते हैं और फिर राष्ट्रगान बजाया जाता है। इसके बाद सेना के द्वारा 21 तोपों की सलामी दी जाती है।
भारतीय सेना की सात तोपों से यह सलामी दी जाती है जिन्हें ‘25 पोंन्डर्स’ के नाम से भी जाना जाता है, हर तोप से तीन राउंड फायर की जाती है। इसके बाद अलग-अलग राज्यों के द्वारा झांकी का प्रदर्शन किया जाता है और झांकी में सभी राज्य अपने संस्कृति को दर्शाते हैं। मार्च में भाग लेने वाले प्रत्येक सदस्य को जांच की चार परतों से गुजरना पड़ता है। इस तरह से हर साल गणतंत्र दिवस मनाया जाता है।
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निष्कर्ष:
हर साल भारत में 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस मनाया जाता है। साल 2025 में गणतंत्र दिवस आने में सिर्फ कुछ ही दिन बचा है ऐसे में सभी जगह इसकी तैयारी हो रही है। लेकिन क्या आपको पता है कि हम हर साल गणतंत्र दिवस क्यों मनाते हैं। अगर आपको यह जानकारी नहीं है तो चिंता करने की कोई बात नहीं है क्योंकि ऊपर दिए गए लेख में हमने आपको इसी चीज के बारे में बताया है साथ ही हमने इसका महत्व, इतिहास और कई बातों की जानकारी दी है। सभी चीजों के बारे में जानने के लिए ऊपर दिए गए लेख को अंत तक पढ़े, उम्मीद है यह लेख आपको पसंद आया होगा इसे पढ़ने के लिए धन्यवाद।
FAQ’s:
प्रश्न: गणतंत्र दिवस किस दिन मनाया जाता है?
उत्तर: गणतंत्र दिवस हर साल 26 जनवरी को मनाया जाता है।
प्रश्न: भारत का संविधान किस दिन लागू हुआ था?
उत्तर: भारत का संविधान 26 जनवरी 1950 के दिन लागू हुआ था।
प्रश्न: गणतंत्र दिवस 2025 के अवसर पर कौन चीफ गेस्ट होंगे?
उत्तर: गणतंत्र दिवस 2025 के अवसर पर इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबावो सुबियांतो चीफ गेस्ट होंगे।
प्रश्न: हर साल गणतंत्र दिवस क्यों मनाते हैं?
उत्तर: हर साल गणतंत्र दिवस इसलिए मानते हैं क्योंकि 26 जनवरी को ही भारत का संविधान लागू हुआ था।